
सीएम योगी ने मकर सक्रांति पर सभी प्रदेश के लोगों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि ये त्यौहार देश में समृद्ध विरासत और संस्कृति का है, साथ ही सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है। ये साल बहुत खास है क्योंकि ये महाकुंभ का साल है और इसकी शुरुआत अमृत स्नान से हो रही है। आपको बता दें कि सम्पूर्ण भारत में मकर संक्रांति विभिन्न रूपों में मनायी जाती है। उत्तर प्रदेश और बिहार सहित विभिन्न राज्यों में इसे खिचड़ी पर्व के रूप में मनाया जाता है। इस दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं और उत्तरायण हो जाते हैं। उत्तरायण को सकारात्मकता का प्रतीक माना गया है। मकर संक्रांति पर सूर्यदेव की राशि में हुआ परिवर्तन अंधकार से प्रकाश की ओर अग्रसर होने का प्रतीक है। प्रकाश अधिक होने से प्राणियों की चेतना एवं कार्यशक्ति में वृद्धि होती है। इसलिए पूरे भारतवर्ष में इस अवसर पर लोग विविध रूपों में सूर्यदेव की उपासना करते हैं। मकर संक्रांति के अवसर पर पवित्र नदियों और सरोवरों में स्नान, पूजा-अर्चना तथा दान का विशेष महत्व है।
इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन में लोगों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे जनता की समस्याओं पर पूरी गंभीरता और संवेदनशीलता से ध्यान देकर उनका त्वरित, गुणवत्तापूर्ण और संतुष्टिपरक निस्तारण कराएं ताकि किसी को भी परेशान न होना पड़े। गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान योगी आदित्यनाथ की दिनचर्या परंपरागत रही। सोमवार प्रातःकाल गुरु गोरखनाथ का दर्शन पूजन करने, अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि स्थल पर शीश नवाने के बाद वह मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए मंदिर की गोशाला में पहुंचे। यहां उन्होंने कुछ समय बिताया और गोसेवा की।


