ट्रम्प-पुतिन की 3 घंटे बैठक बेनतीजा रही; 12 मिनट की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोई डील नहीं हुई और पत्रकारों के सवालों से दोनों नेता बचते नजर आए।

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की अलास्का में ऐतिहासिक मुलाकात हुई, जहां दोनों नेताओं ने करीब तीन घंटे तक यूक्रेन युद्ध को खत्म करने को लेकर बातचीत की। हालांकि बैठक को ट्रम्प ने “सकारात्मक” बताया, लेकिन उन्होंने साफ किया कि कोई समझौता फिलहाल नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि जब तक किसी मुद्दे पर अंतिम सहमति नहीं बनती, तब तक डील नहीं मानी जाएगी।
मॉस्को में अगली बैठक का सुझाव
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुतिन ने रूस की सुरक्षा को सर्वोपरि बताते हुए अगली बैठक मॉस्को में करने का प्रस्ताव रखा। प्रेस कॉन्फ्रेंस सिर्फ 12 मिनट चली और दोनों नेताओं ने पत्रकारों के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया। खास बात यह रही कि पुतिन लगभग 10 साल बाद अमेरिका पहुंचे, जहां उनका B-2 बॉम्बर से स्वागत किया गया और रेड कार्पेट पर ट्रम्प ने तालियों से उनका अभिनंदन किया। इसके बाद दोनों एक ही कार में बैठक स्थल के लिए रवाना हुए।
ट्रम्प–पुतिन प्रेस कॉन्फ्रेंस की मुख्य बातें
ट्रम्प और पुतिन के बीच तीन घंटे की बैठक में क्या चर्चा हुई, इसका खुलासा नहीं किया गया। दोनों नेताओं ने 12 मिनट की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की, लेकिन किसी भी पत्रकार के सवाल का जवाब नहीं दिया। ट्रम्प ने इसे “सकारात्मक” बैठक बताया, लेकिन कहा कि कोई अंतिम समझौता नहीं हुआ है। वहीं, पुतिन ने यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए इसकी “असल वजह” को खत्म करना जरूरी बताया और संकेत दिया कि ट्रम्प अगर 2022 में राष्ट्रपति होते तो युद्ध शुरू ही नहीं होता।
यूक्रेन शांति वार्ता में ट्रम्प की भूमिका पर चर्चा
ट्रम्प ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की दोनों चाहते हैं कि वे शांति वार्ता में शामिल रहें। फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में ट्रम्प ने कहा, “वे दोनों मुझे वहां चाहते हैं, और मैं वहां रहूंगा।” उन्होंने भरोसा जताया कि कम समय में शांति संभव है। हालांकि, ट्रम्प ने यह भी स्वीकार किया कि उन्हें लगा था कि रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करना आसान होगा, लेकिन यह उनकी सोच से कहीं ज्यादा मुश्किल साबित हुआ।


