कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर चुनाव आयोग पर सीधा हमला बोला है। संसद के बाहर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग के अधिकारी वोटों की चोरी करवा रहे हैं।

राहुल ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, “हमारे पास एटम बम है। जब फटेगा तो चुनाव आयोग बचेगा नहीं।” उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जो भी अधिकारी इस साजिश में शामिल हैं, वो देश के खिलाफ काम कर रहे हैं और देशद्रोह कर रहे हैं। चाहे वे रिटायर ही क्यों न हो जाएं, कांग्रेस उन्हें खोज निकालेगी और छोड़ेगी नहीं।
पहले भी दी थी चेतावनी
यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को लेकर ऐसे तीखे बयान दिए हैं। इससे पहले 24 जुलाई को भी उन्होंने आयोग को चेतावनी देते हुए कहा था, “अगर आपको लगता है कि आप इससे बच निकलेंगे, तो यह आपकी गलतफहमी है। हम आपको बचकर जाने नहीं देंगे।” राहुल के इन बयानों ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है, जबकि चुनाव आयोग ने अधिकारियों से ऐसी धमकियों को नजरअंदाज करने को कहा है। आयोग ने भरोसा जताया है कि वह निष्पक्षता से चुनाव प्रक्रिया का संचालन करेगा।
चुनाव आयोग भाजपा का एजेंट
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शुक्रवार को चुनाव आयोग पर अब तक का सबसे बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि वह यह बात बिना किसी संकोच के, सौ प्रतिशत प्रमाण के साथ कह रहे हैं कि चुनाव आयोग भाजपा के लिए वोट चुराने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि जैसे ही कांग्रेस ये सबूत सार्वजनिक करेगी, पूरा देश देखेगा कि लोकतंत्र के सबसे अहम संस्थान का किस तरह से दुरुपयोग हो रहा है। राहुल ने बताया कि उन्हें मध्य प्रदेश, लोकसभा और महाराष्ट्र चुनाव के दौरान अनियमितताओं पर शक हुआ था, लेकिन कर्नाटक की एक सीट की जांच ने इस शक को ठोस सबूतों में बदल दिया। वहां 50, 60 और 65 साल के हजारों नए वोटर जोड़े गए, जबकि असली युवा वोटरों को सूची से हटा दिया गया। उन्होंने कहा, “हमें अभी एक ही सीट पर यह धोखाधड़ी दिखी है, लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि देशभर की हर सीट पर ऐसा ही खेल खेला जा रहा है।”
विपक्ष ने घेरा चुनाव आयोग
बिहार में वोटर वेरिफिकेशन को लेकर भी विपक्ष ने चुनाव आयोग को घेर लिया है। राहुल गांधी समेत तमाम विपक्षी दल संसद के अंदर और बाहर जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं। बिहार में चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए नए वोटर लिस्ट ड्राफ्ट के मुताबिक राज्य में मतदाताओं की कुल संख्या 7.89 करोड़ से घटकर 7.24 करोड़ रह गई है। यानी करीब 65 लाख वोटरों को मतदाता सूची से हटा दिया गया है, जिसने पूरे विपक्ष को आक्रोशित कर दिया है। राहुल गांधी का कहना है कि यह सिर्फ तकनीकी गड़बड़ी नहीं, बल्कि सुनियोजित साजिश है। विपक्ष का आरोप है कि ये संशोधन राजनीतिक लाभ के लिए किए जा रहे हैं, ताकि भाजपा को फायदा मिल सके। इस पूरे घटनाक्रम ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।


