मानसून सत्र में ऑपरेशन सिंदूर पर अगले हफ्ते चर्चा होगी, रक्षा मंत्री और गृह मंत्री करेंगे हस्तक्षेप, पीएम मोदी देंगे अंतिम जवाब।

संसद के मानसून सत्र के तीसरे दिन भी विपक्ष के हंगामे के आसार हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार सुबह ब्रिटेन दौरे पर रवाना हो गए, जिसे लेकर विपक्ष हमलावर है। विपक्ष का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले जैसे गंभीर मुद्दों पर प्रधानमंत्री को संसद में जवाब देना चाहिए था। विपक्ष इन मामलों पर सदन में विस्तृत चर्चा और पीएम की उपस्थिति की मांग कर रहा है।
वोटर्स लिस्ट SIR पर गरमाई राजनीति
मंगलवार को भी विपक्ष ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर संसद में हंगामा किया। AAP सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में SIR के संवैधानिक और चुनावी प्रभावों पर चर्चा के लिए प्रस्ताव दिया है। कई सांसदों ने स्थगन प्रस्ताव देकर इस मुद्दे पर बहस की मांग की है। आज इस पर सदन में चर्चा हो सकती है, जिससे सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही भी प्रभावित रहने की संभावना है।
ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में व्यापक बहस
संसद के मानसून सत्र में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अगले हफ्ते लोकसभा और राज्यसभा में विस्तृत चर्चा होगी। लोकसभा में 16 घंटे और राज्यसभा में 9 घंटे का समय निर्धारित किया गया है। चर्चा की शुरुआत सेना के शौर्य को लेकर प्रस्ताव पारित करने से होगी, जिसके बाद सभी दलों के सांसदों को अपनी बात रखने का मौका मिलेगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ऑपरेशन के रणनीतिक पहलुओं पर और गृह मंत्री अमित शाह पहलगाम हमले से जुड़ी सुरक्षा चूक पर अपना पक्ष रखेंगे। अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चर्चा का जवाब देंगे और सेना के साहस को लेकर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित होने की संभावना है।
मानसून सत्र में 15 से अधिक विधेयकों पर होगी चर्चा
21 जुलाई से शुरू हुआ मानसून सत्र 32 दिनों तक चलेगा, जिसमें 18 बैठकें होंगी। केंद्र सरकार 8 नए बिल पेश करेगी और 7 लंबित विधेयकों पर चर्चा होगी। इनमें मणिपुर GST संशोधन बिल, नया इनकम टैक्स बिल और नेशनल स्पोर्ट्स गवर्नेंस बिल जैसे अहम कानून शामिल हैं। 6 दशक पुराने इनकम टैक्स एक्ट 1961 को बदलने के लिए 622 पन्नों का नया बिल पेश किया जाएगा, जिस पर बनी संसदीय समिति ने 285 सुझाव दिए हैं। स्वतंत्रता दिवस समारोह के चलते 13 और 14 अगस्त को संसद की कार्यवाही नहीं होगी।


