गुजरात में भूपेंद्र पटेल सरकार ने बड़ा कदम उठाया — सभी 16 मंत्रियों ने इस्तीफा दिया, आज 11.30 बजे 26 सदस्यों वाली नई कैबिनेट शपथ लेगी, जिसमें दो डिप्टी सीएम शामिल हो सकते हैं।

गुजरात की राजधानी गांधीनगर में शुक्रवार सुबह 11.30 बजे नई कैबिनेट शपथ लेगी। गुरुवार को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की कैबिनेट के सभी 16 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था। यह कदम राज्य में 2027 के विधानसभा चुनावों की तैयारी से जुड़ा माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, नई टीम में कई नए चेहरों को जगह मिल सकती है और दो उपमुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं। भाजपा में शामिल हुए कुछ पूर्व कांग्रेस विधायक भी मंत्री पद पा सकते हैं।
भूपेंद्र पटेल का तीसरा मंत्रिमंडल
गुजरात कैबिनेट में अब तक मुख्यमंत्री सहित 17 सदस्य थे, जो बढ़कर 26 हो जाएंगे। यह भूपेंद्र पटेल का तीसरा मंत्रिमंडल होगा। वे पहली बार सितंबर 2021 में विजय रूपाणी की जगह मुख्यमंत्री बने थे और फिर दिसंबर 2022 में दोबारा शपथ ली थी। नई टीम को लेकर गुरुवार देर रात तक मंथन चला, माना जा रहा है कि पिछली टीम के एक-दो चेहरों की पदोन्नति के साथ वापसी हो सकती है। भाजपा इस फेरबदल के ज़रिए संगठनात्मक संतुलन और आगामी चुनावों के लिए नई ऊर्जा देने की कोशिश कर रही
2027 चुनाव से पहले सियासी रणनीति में बड़ा फेरबदल
गुजरात में कैबिनेट फेरबदल को 2027 विधानसभा चुनाव की तैयारी से जोड़कर देखा जा रहा है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि भाजपा आलाकमान मौजूदा मंत्रियों के कामकाज से संतुष्ट नहीं है। विसावदर उपचुनाव में हार ने संगठन की चिंता बढ़ाई है। सत्ता विरोधी लहर को देखते हुए भाजपा अब नए और प्रभावी चेहरों को मौका देना चाहती है। पार्टी पुराने दिग्गजों को भी फिर से सक्रिय भूमिका में लाने की रणनीति पर काम कर रही है, ताकि स्थानीय असंतोष को संतुलित किया जा सके और आने वाले नगर निकाय चुनावों में बढ़त बनाई जा सके।
अमित शाह पहुंचे गुजरात
राजनीतिक हलचल के बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा गुजरात पहुंच चुके हैं। माना जा रहा है कि नई कैबिनेट में कांग्रेस से आए नेताओं — अर्जुन मोढवाड़िया, अल्पेश ठाकोर, सी.जे. चावड़ा और हार्दिक पटेल — को जगह दी जा सकती है। सौराष्ट्र से जयेश रादडिया और जीतू वाघानी की एंट्री लगभग तय है। पार्टी पाटीदार और ठाकोर समुदाय को प्रतिनिधित्व देकर सामाजिक संतुलन साधने की कोशिश में है। वहीं, कई मौजूदा राज्य मंत्रियों को हटाया जा सकता है, जिनमें पुरुषोत्तम सोलंकी, बच्चूभाई खाबर, मुकेश पटेल, भीखूसिंह परमार और कुंवरजी हलपति के नाम शामिल हैं।


