मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आपातकाल को लोकतंत्र का काला अध्याय बताते हुए कहा कि इसे थोपने वाले इस कलंक से कभी मुक्त नहीं हो सकते।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 25 जून को इंदौर और 26 जून को भोपाल में आयोजित संविधान हत्या दिवस कार्यक्रमों में भाग लेंगे। ये आयोजन लोकतंत्र सेनानियों की उपस्थिति में होंगे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि लोकतंत्र सेनानियों ने लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष किया और उस काले दौर में बेगुनाह लोगों को जेलों में डाला गया।
आपातकाल को बताया लोकतंत्र पर धब्बा
सीएम मोहन यादव ने कहा कि आपातकाल के दौरान लोगों पर अत्याचार हुए, अभिव्यक्ति की आज़ादी छीनी गई और कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए। अनेक सेनानियों ने आपातकाल की पूरी अवधि जेल में बिताई, लेकिन वे लोकतंत्र के लिए अडिग रहे। उन्होंने कहा कि यह समय देश के लिए सबक है कि कोई फिर से ऐसा दुस्साहस न करे।
लोकतंत्र सेनानियों को दी शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री ने लोकतंत्र सेनानियों और प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि उनके संघर्षों के कारण ही भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र बन सका है। उन्होंने उम्मीद जताई कि देश फिर कभी ऐसे बुरे दौर का सामना न करे और संविधान की गरिमा हमेशा बनी रहे।
लोकतंत्र सेनानियों को मुख्यमंत्री की बधाई
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभी जीवित लोकतंत्र सेनानियों को बधाई देते हुए कहा कि उनके साहस और संघर्ष के कारण ही हमारा लोकतंत्र आज जीवित है। उन्होंने दिवंगत सेनानियों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि जिन्होंने आपातकाल के खिलाफ ऐतिहासिक लड़ाई लड़ी, उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ऐसे सेनानी इतिहास में लोकतंत्र के रक्षक के रूप में हमेशा सम्मानित रहेंगे।


