मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश में चल रही प्रमुख योजनाओं, जल संरक्षण अभियान, किसानों के सम्मेलन, मेट्रो प्रोजेक्ट, नक्सलवाद नियंत्रण, कर्मचारियों की पदोन्नति, समयगणना केंद्र की स्थापना और सम्राट विक्रमादित्य सम्मान जैसी पहलाओं की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने इनसे जुड़े कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री को आमंत्रित भी किया।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश में संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं, आगामी लोकार्पण और भूमिपूजन कार्यक्रमों की जानकारी दी और प्रधानमंत्री को इनमें शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। जल संरक्षण को लेकर चलाए जा रहे “जल गंगा संवर्धन अभियान” की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि खंडवा भूजल संरक्षण में देश में पहले स्थान पर रहा है। मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी को अभियान के समापन समारोह में वर्चुअल रूप से शामिल होने का आग्रह किया, जिसे प्रधानमंत्री ने सहर्ष स्वीकार किया।
मेट्रो से लेकर किसानों तक
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया कि प्रदेश में गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी के सशक्तिकरण को केंद्र में रखते हुए योजनाएं संचालित की जा रही हैं। उन्होंने अक्टूबर में भोपाल मेट्रो के शुभारंभ, धार में पीएम मित्र टेक्सटाइल पार्क के विकास और सीहोर में 2 लाख से अधिक किसानों के प्रस्तावित सम्मेलन की जानकारी दी। किसानों की आय वृद्धि और कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने के इस सम्मेलन का उद्घाटन करने के लिए भी प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया गया है।
नक्सलवाद और कर्मचारियों को लेकर ठोस कदम
सीएम डॉ. यादव ने नक्सल गतिविधियों पर नियंत्रण को लेकर उठाए गए सख्त कदमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले डेढ़ साल में 10 से अधिक वांछित नक्सली मारे गए हैं, और मार्च 2026 तक नक्सलवाद पर पूरी तरह नियंत्रण का लक्ष्य तय किया गया है। कर्मचारियों की लंबे समय से लंबित पदोन्नति का समाधान भी सरकार ने किया है, जिससे 5 लाख से अधिक कर्मचारियों को लाभ होगा और 2 लाख से ज्यादा नई भर्तियों का रास्ता खुलेगा।
समयगणना केंद्र और विक्रमादित्य सम्मान पर पीएम को निमंत्रण
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री मोदी को जनवरी में प्रस्तावित वैश्विक समयगणना सम्मेलन में शामिल होने का निमंत्रण दिया। उन्होंने बताया कि प्राचीन काल में उज्जैन से ही समय की गणना होती थी, जिसे अब दोबारा स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है। उज्जैन के पास नई वेधशाला बनाई गई है, जो भविष्य में भारत को वैश्विक समयगणना केंद्र बनाने की दिशा में मील का पत्थर होगी। साथ ही, सम्राट विक्रमादित्य की गौरवगाथा को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलाने के लिए उनके नाम पर अंतरराष्ट्रीय सम्मान शुरू करने का प्रस्ताव भी मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के समक्ष रखा।
मध्य क्षेत्रीय परिषद् में CM होंगे शामिल
वाराणसी में 24 जून को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में होने जा रही 25वीं मध्य क्षेत्रीय परिषद् की बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भाग लेंगे। इस अहम बैठक में उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे। बैठक का उद्देश्य राज्यों के बीच सहयोग बढ़ाना, संसाधनों के बेहतर उपयोग और प्रशासनिक समन्वय को मजबूत करना है। बैठक में सुरक्षा, स्वास्थ्य और विकास जैसे कई गंभीर मुद्दों पर मंथन होगा।


