मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने खिरकिया में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार हर चौथे बच्चे की फीस भर रही है, ताकि किसी भी परिवार पर शिक्षा का बोझ न पड़े। उन्होंने किसानों के हित में नई योजनाओं की घोषणा की और क्षेत्र के सर्वांगीण विकास का भरोसा दिलाया।

खिरकिया में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार आरटीई अधिनियम के तहत हर चौथे बच्चे की फीस भर रही है। उन्होंने घोषणा की कि अगले शैक्षणिक सत्र से आरटीई के विद्यार्थियों को पाठ्यपुस्तकें और बैग भी उपलब्ध कराए जाएंगे। इस मौके पर सीएम ने 20,652 अशासकीय विद्यालयों के 8.45 लाख से अधिक विद्यार्थियों की फीस प्रतिपूर्ति हेतु 489 करोड़ रुपये सिंगल क्लिक से ट्रांसफर किए और दो विद्यालयों को सांकेतिक चेक भी सौंपे।
किसानों और विकास पर जोर
सीएम ने कहा कि गेहूं पर 175 रुपये बोनस और अब सोयाबीन के लिए भावांतर योजना से 5328 रुपये प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य सुनिश्चित किया गया है। मूंग और धान उत्पादकों को भी उचित मूल्य दिलवाने की गारंटी दी गई है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश तेजी से विकास कर रहा है और शिक्षा, स्वास्थ्य व आपदा प्रबंधन के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
भारतीय संस्कृति और शिक्षा पर जोर
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भारतीय संस्कृति में गुरु को सर्वोच्च स्थान दिया गया है। उन्होंने महर्षि विश्वामित्र, भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण की शिक्षा यात्राओं का उल्लेख करते हुए वर्तमान पीढ़ी को भारतीय ज्ञान परंपरा से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। इसी अवसर पर उन्होंने 1851.04 लाख रुपये की लागत से पाँच विकास कार्यों का भूमिपूजन किया, जिनमें हाई स्कूल भवन, छात्रावास, उपकेंद्र और पंचायत भवन शामिल हैं। साथ ही 573.80 लाख रुपये की लागत से बने स्वास्थ्य केंद्रों का लोकार्पण और आशापुर-हरदा सड़क के 72 किलोमीटर निर्माण की घोषणा भी की।
कलाकारों और किसान परिवारों को सम्मान
कार्यक्रम में पारंपरिक स्वागत करने वाले जनजातीय कलाकारों को मुख्यमंत्री ने 5-5 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की और “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत पौधा लगाया। केंद्रीय राज्यमंत्री दुर्गादास उइके ने कहा कि आरटीई समाज के कमजोर वर्ग के लिए वरदान है, जबकि शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने बताया कि निजी स्कूलों में पढ़ने वाले 70 प्रतिशत विद्यार्थी किसान परिवार से आते हैं। पूर्व मंत्री कमल पटेल ने कहा कि हरदा जिले में सिंचाई, पेयजल और सड़क सहित विकास की गति मुख्यमंत्री के नेतृत्व में और तेज होगी।


