मध्य प्रदेश की राजनीति में उस समय हलचल मच गई जब कांग्रेस के सीनियर विधायक और पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह ने सीएम मोहन यादव की तारीफ कर दी। राजेंद्र सिंह, जो सतना जिले की अमरपाटन विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं, ने मऊगंज हिंसा के बाद सीएम द्वारा की गई प्रशासनिक कार्रवाई को सही ठहराया। उन्होंने कहा कि पुलिस पर हो रहे हमलों को देखते हुए प्रदेश में कड़े फैसलों की आवश्यकता थी, जिसे सीएम ने बखूबी पूरा किया है।
मऊगंज हिंसा के बाद प्रशासनिक सर्जरी का समर्थन
मऊगंज हिंसा के बाद सीएम मोहन यादव ने कड़ा कदम उठाते हुए डीआईजी, एसपी और कलेक्टर को हटा दिया था। कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह निर्णय प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी था। उन्होंने कहा, “सीएम लगातार एक्शन में हैं, ऐसा लगता है कि अब प्रदेश में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।”

सियासी गलियारों में तेज हुई चर्चा
कांग्रेस विधायक द्वारा सीएम मोहन यादव की प्रशंसा करने के बाद यह मामला सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। सीएम के सख्त फैसलों के बाद प्रदेश में बढ़ती हिंसा और पुलिस पर हो रहे हमलों पर लगाम लगाने की उम्मीद जताई जा रही है। राजेंद्र सिंह ने कहा कि उच्च अधिकारियों की लापरवाही को लेकर सीएम द्वारा लिए गए फैसले स्वागत योग्य हैं और इससे प्रदेश में कानून व्यवस्था मजबूत होगी।
राजेंद्र सिंह ने प्रशासनिक सर्जरी को बताया जरूरी कदम
कांग्रेस के सीनियर विधायक राजेंद्र सिंह ने मऊगंज हिंसा के बाद सीएम मोहन यादव द्वारा की गई प्रशासनिक सर्जरी का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह प्रशासन में बदलाव देखने को मिला है, उसी तरह प्रदेश में व्याप्त ‘गंदगी’ को ऊपर से साफ करने की जरूरत है। राजेंद्र सिंह ने रेत माफियाओं के बढ़ते प्रभाव पर चिंता जताते हुए कहा कि बिना राजनीतिक संरक्षण के ये माफिया पनप नहीं सकते, इसलिए सरकार और प्रशासन दोनों को सख्त कदम उठाने होंगे।
अनुभवी नेता होने के नाते राजेंद्र सिंह का बयान चर्चा में
राजेंद्र सिंह, जो सतना जिले की अमरपाटन विधानसभा सीट से कांग्रेस के सीनियर विधायक हैं, अपने पांच बार के विधायक कार्यकाल और पूर्व कैबिनेट मंत्री व विधानसभा उपाध्यक्ष जैसे अहम पदों पर रह चुके हैं। ऐसे अनुभवी नेता द्वारा सीएम मोहन यादव के फैसले का समर्थन करना राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। खासतौर पर तब जब विंध्य क्षेत्र के अन्य कांग्रेस विधायक इस मुद्दे पर सरकार को घेरने में लगे हैं, राजेंद्र सिंह का लीक से हटकर बयान देना सियासी मायने रखता है।



