मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राजधानी भोपाल में मंत्रालय और सीएम हाउस के पास हेलीपैड बनाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को सीएम हाउस में हुई विमानन विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को यह आदेश दिया। उन्होंने कहा कि वीवीआईपी और वीआईपी मूवमेंट के दौरान यातायात रोकने से आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए मंत्रालय और सीएम हाउस के पास हेलीपैड का निर्माण आवश्यक है।
समय की बचत और जनता को राहत
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हेलीपैड निर्माण को जरूरी बताते हुए कहा कि इससे न केवल आम लोगों को राहत मिलेगी, बल्कि समय की भी बचत होगी। वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान ट्रैफिक डायवर्जन और जाम की समस्या को देखते हुए यह कदम बेहद कारगर साबित होगा। इस निर्णय से राजधानी भोपाल में यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने और जनता को अनावश्यक असुविधा से बचाने में सहायता मिलेगी।

प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी को मिलेगा बढ़ावा
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रदेश में पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए एयर कनेक्टिविटी को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की समृद्ध ऐतिहासिक विरासतों को देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटकों का आना-जाना सुगम होना चाहिए। इसके लिए विमानन विभाग, संस्कृति, पर्यटन और चिकित्सा विभाग को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को हरसंभव प्रयास कर प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने को प्राथमिकता देने का आह्वान किया है।
विमानन क्षेत्र में रोजगार सृजन पर जोर
सीएम मोहन यादव ने प्रदेश में विमानन क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा करने पर विशेष बल दिया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि विमानन क्षेत्र की बढ़ती आवश्यकताओं को देखते हुए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाए। इसके तहत युवाओं के लिए पायलट और क्रू मेंबर प्रशिक्षण संस्थानों में रोजगारपरक डिप्लोमा एवं डिग्री कोर्स शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे प्रदेश के युवाओं को विमानन क्षेत्र में बेहतर करियर के अवसर प्राप्त होंगे।
पायलटों की संख्या बढ़ाने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में पायलटों की बढ़ती मांग को देखते हुए नए पायलटों की भर्ती और प्रशिक्षण को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों को भी इस दिशा में प्रोत्साहित किया जाए ताकि वे पायलट और क्रू मेंबर तैयार करने के लिए रोजगारपरक पाठ्यक्रम संचालित कर सकें। इससे प्रदेश के युवा विमानन क्षेत्र में कुशलता प्राप्त कर रोजगार के नए अवसरों का लाभ उठा सकेंगे।



