
ख़बर छत्तीसगढ़ से है जहां आजादी के लिए बलिदान देने वाले अमर शहीद गेंदसिंह को मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज याद किया है। अमर शहीद गेंदसिंह परलकोट के मुक्ति आंदोलन के नायक हैं।
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मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में अमर शहीद गेंदसिंह के शहादत दिवस पर उनके छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। आज अमर शहीद गेंदसिंह का शहादत दिवस है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आजादी के लिए बलिदान देने वाले अमर शहीद गेंदसिंह को याद करते हुए कहा कि परलकोट जमींदारी के जमींदार शहीद गेंदसिंह ने ब्रिटिश अधिकारियों के शोषण के विरुद्ध स्वतंत्रता आंदोलन का शंखनाद किया था। शहीद गेंदसिंह ने अंग्रेजों से लोहा लिया और अपने क्षेत्र में अंग्रेजी शासन की नीतियों का विरोध किया। उन्होंने कहा कि हम सभी शहीद गेंद सिंह का स्मरण कर उनके बताए मार्ग पर चलने का और समाज के उत्थान में अपना योगदान देने का संकल्प लेते हैं। आपको बता दें कि सन् 1857 में हुए देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से काफी पहले ही गेंदसिंह ने अंग्रेजों की गुलामी और शोषण के विरूद्ध आवाज उठाई थी। शहीद गेंदसिंह को 20 जनवरी 1825 को परलकोट के महल के सामने फांसी दी गई थी। अपने स्वाभिमान और मातृभूमि की रक्षा के लिए गेंदसिंह शहीद हो गए थे।
आगे सीएम साय ने कहा कि शहीद गेंदसिंह बस्तर के आदिवासी भाई-बहनों के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले मुक्ति आंदोलन के नायक हैं। उनका मातृभूमि की मुक्ति के लिए दिया गया अविस्मरणीय बलिदान हम सभी को देशसेवा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने की प्रेरणा देता रहेगा। इस अवसर पर अखिल भारतीय हलबा हलबी आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ केंद्रीय महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र महला, आई.आर. देहारी सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।


