शाहरुख खान के बंगले ‘मन्नत’ में निर्माण को लेकर CRZ नियमों के उल्लंघन की शिकायत पर फॉरेस्ट और BMC की जांच हुई; पूर्व IPS अधिकारी ने निर्माण को अवैध बताते हुए अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप लगाया।

शाहरुख खान के बांद्रा स्थित बंगले ‘मन्नत’ पर शुक्रवार को बीएमसी और फॉरेस्ट विभाग की संयुक्त टीम ने औचक निरीक्षण किया। यह कार्रवाई तटीय नियमन क्षेत्र (CRZ) के नियमों के उल्लंघन की शिकायत के बाद की गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बंगले के पीछे स्थित एनक्स बिल्डिंग में दो अतिरिक्त मंजिलें बनाई जा रही हैं, जो कि CRZ और हेरिटेज प्रॉपर्टी से जुड़े नियमों के खिलाफ हो सकता है।
स्टाफ ने दी मंजूरी के दस्तावेजों की जानकारी
जांच के दौरान शाहरुख खान और उनका परिवार मौजूद नहीं था, लेकिन स्टाफ ने अधिकारियों को बताया कि निर्माण के लिए सभी जरूरी मंजूरियां पहले से ली गई हैं। उन्होंने कहा कि संबंधित दस्तावेज जल्द ही प्रशासन को सौंप दिए जाएंगे। अब बीएमसी और फॉरेस्ट विभाग की टीम दस्तावेजों की वैधता की जांच कर आगे की कार्रवाई करेगी।
शाहरुख की मैनेजर का बयान
शाहरुख खान की मैनेजर पूजा डडलानी ने मीडिया से बातचीत में स्पष्ट किया कि मन्नत में चल रहा निर्माण कार्य सभी कानूनी नियमों और दिशा-निर्देशों के अनुसार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की कोई शिकायत नहीं है और सभी आवश्यक मंजूरियां पहले ही प्राप्त की जा चुकी हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता ने की शिकायत
फॉरेस्ट विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह निरीक्षण एक नागरिक की शिकायत के आधार पर किया गया। दूसरी ओर, बीएमसी ने खुद को सिर्फ फॉरेस्ट विभाग की सहायता करने वाला बताया और कहा कि उनकी ओर से कोई स्वतंत्र जांच नहीं चल रही। यह शिकायत सामाजिक कार्यकर्ता संतोष डाउंडकर ने की थी, जिन्होंने एनक्स बिल्डिंग के निर्माण को अवैध बताया है।
पूर्व आईपीएस वाईपी सिंह का गंभीर आरोप
पूर्व आईपीएस अधिकारी और वकील वाईपी सिंह ने मन्नत के निर्माण को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि बंगले का पुराना नाम ‘विला विएना’ था जो कि एक हेरिटेज प्रॉपर्टी है, और इस पर 2005 में जो निर्माण हुआ, वह अर्बन लैंड सीलिंग एक्ट का उल्लंघन था। सिंह ने आरोप लगाया कि बीएमसी ने 12 छोटे फ्लैट्स की अनुमति देकर नियमों की अनदेखी की, जिन्हें बाद में मिलाकर एक बड़ा बंगला बनाया गया। उन्होंने इसे अधिकारियों की मिलीभगत से जुड़ा मामला बताया और मांग की कि फ्लैट्स को दोबारा अलग किया जाए।


