मध्यप्रदेश में अगले विधानसभा चुनाव और देश में आगामी लोकसभा चुनाव अभी दूर हैं, लेकिन बीजेपी ने पहले ही अपना एजेंडा तय कर लिया है। प्रदेश के दो बड़े नेताओं के बयानों से यह साफ हो गया है कि आने वाले चुनावों में महिला आरक्षण पार्टी का प्रमुख मुद्दा रहेगा। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान के एक जैसे बयान से यह संकेत मिला है कि बीजेपी चुनावी रणनीति में महिलाओं को केंद्र में रखकर आगे बढ़ रही है।
महिलाओं को मिलेगी चुनावी प्रक्रिया में बड़ी भागीदारी
सीएम डॉ. मोहन यादव ने अपने बयान में कहा कि अगले चुनावों में यह स्पष्ट हो जाएगा कि “बहनों को महत्व कौन देता है।” उनके इस बयान को महिला आरक्षण के समर्थन में बड़ा संकेत माना जा रहा है। वहीं, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने और आगे बढ़कर कहा कि 2028-29 में होने वाले चुनावों में 33 प्रतिशत महिला आरक्षण लागू होगा। इससे साफ है कि बीजेपी महिलाओं को सशक्तिकरण के बड़े मुद्दे के रूप में प्रस्तुत करने जा रही है।
महिला दिवस पर शिवराज का बड़ा ऐलान
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर भोपाल के स्मार्ट पार्क में महिलाओं के साथ पौधारोपण के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से चर्चा के दौरान स्पष्ट रूप से कहा कि अगले चुनाव में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा। उनका यह बयान आगामी चुनावी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिससे बीजेपी महिला मतदाताओं को आकर्षित करने की कोशिश कर रही है।

महिला आरक्षण पर शिवराज का बड़ा ऐलान
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आगामी चुनावों को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण सुनिश्चित किया है और 2028-29 के चुनाव इसी आरक्षण के साथ होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं को लोकसभा और विधानसभा चुनावों में 33 प्रतिशत सीटें मिलेंगी, जिससे वे सांसद, विधायक और मंत्री बनेंगी। शिवराज सिंह चौहान ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि महिलाएं अब राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त हो रही हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि महिलाएं अपनी जिंदगी के साथ-साथ अपने परिवार और समाज की किस्मत भी संवारेंगी।

सीएम मोहन यादव का महिला सशक्तिकरण पर जोर
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महिलाओं की भूमिका को लेकर अहम बयान दिया। उन्होंने लाड़ली बहना योजना की 22वीं किस्त के तहत प्रदेश की 1.27 करोड़ महिलाओं के खातों में 1552.73 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। मुख्यमंत्री ने अपने कार्यालय में महिलाओं की भूमिका का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके पूरे स्टाफ की जिम्मेदारी बहनें ही संभाल रही हैं। उन्होंने भारत को मातृ सत्ता को स्वीकारने वाला दुनिया का एकमात्र देश बताया और कहा कि सरस्वती, दुर्गा और लक्ष्मी जैसी देवियों के बिना जीवन की कल्पना संभव नहीं है।
महिलाओं के उत्थान पर पीएम मोदी का फोकस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने विकसित भारत के संकल्प में गरीबों, युवाओं, महिलाओं और किसानों को देश की सबसे बड़ी जाति बताते हुए उनके उत्थान को प्राथमिकता देने की बात कही है। पीएम मोदी के इस विजन को आगे बढ़ाते हुए शिवराज सिंह चौहान और सीएम मोहन यादव का बयान साफ दर्शाता है कि बीजेपी आगामी चुनावों में महिला आरक्षण को अपने मुख्य मुद्दे के रूप में प्रस्तुत कर रही है। शिवराज सिंह चौहान का यह विश्वास कि 2028-29 के चुनावों में 33 प्रतिशत महिला आरक्षण लागू होगा, बीजेपी की चुनावी रणनीति में महिलाओं की बढ़ती अहमियत को रेखांकित करता है।



