पाकिस्तान और अफगानिस्तान ने दोहा में हुई शांति वार्ता के बाद सीमा पर जारी झड़पों को रोकते हुए तत्काल युद्धविराम पर सहमति जताई।

अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच चल रहे सीमा तनाव के बीच राहत भरी खबर आई है। दोहा में आयोजित शांति वार्ता के दौरान दोनों देशों ने तत्काल युद्धविराम पर सहमति जताई है। कतर के विदेश मंत्रालय ने रविवार तड़के इस समझौते की घोषणा की। यह फैसला एक हफ्ते तक चली भीषण झड़पों के बाद आया है, जिसमें दर्जनों लोगों की मौत और सैकड़ों के घायल होने की खबर है।
कतर-तुर्की की मध्यस्थता से समझौता
कतर के विदेश मंत्रालय के अनुसार, शनिवार को कतर और तुर्की की मध्यस्थता में हुई वार्ता में दोनों देशों ने न सिर्फ युद्धविराम पर सहमति दी, बल्कि इसके स्थायी समाधान के लिए आगे भी बातचीत जारी रखने का फैसला किया है। आने वाले दिनों में वे युद्धविराम की स्थिरता और विश्वसनीय कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए अनुवर्ती बैठकें आयोजित करेंगे।
शांति बहाली के लिए आगे भी बातचीत जारी
दोहा में हुई वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने आने वाले दिनों में युद्धविराम को स्थायी और विश्वसनीय बनाने के लिए अनुवर्ती बैठकों पर सहमति जताई है। बयान में कहा गया कि इन बैठकों का उद्देश्य सीमा क्षेत्रों में सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करना है। यह पहल दोनों देशों के बीच हालिया तनाव को कम करने और लंबे समय से चली आ रही अविश्वास की खाई को पाटने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।
चार घंटे से अधिक चली पहली आमने-सामने मुलाकात
शनिवार देर शाम दोहा में पाकिस्तान और तालिबान के रक्षा मंत्रियों की बंद कमरे में हुई बैठक साढ़े चार घंटे से अधिक चली। यह मुलाकात हालिया संघर्ष के बाद दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच पहली सीधी बातचीत थी। रविवार सुबह दोनों पक्षों के बीच वार्ता का दूसरा दौर भी शुरू होगा। अफगानिस्तान की ओर से रक्षा मंत्री मुल्ला मोहम्मद याकूब और खुफिया प्रमुख अब्दुल हक वासिक ने हिस्सा लिया, जबकि पाकिस्तान की ओर से रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ और आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल असीम मलिक ने प्रतिनिधित्व किया।


