राजा रघुवंशी की हत्या उसकी पत्नी सोनम की मौजूदगी में की गई, जिसने हत्या के लिए 20 लाख का लालच देकर आरोपियों को उकसाया और मारते वक्त कहा—”मार दो इसे।”

इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। इस हत्या की मास्टरमाइंड खुद उसकी पत्नी सोनम निकली है। पुलिस ने सोनम समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में सामने आया कि सोनम ने बेहद साजिशी तरीके से राजा की हत्या की योजना रची थी। सोनम का प्रेम संबंध राज नामक युवक से चल रहा था, जिससे वह शादी करना चाहती थी। लेकिन पारिवारिक दबाव और पिता के हार्ट पेशेंट होने के कारण उसने राजा से विवाह कर लिया और फिर उसे रास्ते से हटाने की साजिश रच दी।
विवाह के बाद रची गई हत्या की खौफनाक साजिश
सोनम और राजा की शादी 11 मई को हुई थी, जिससे दोनों के परिवार बेहद खुश थे। सोनम ने सबके सामने खुद को एक आदर्श बहू की तरह पेश किया, लेकिन शादी के कुछ ही दिन बाद 16 मई को सुपर कॉरिडोर के एक कैफे में राजा की हत्या की योजना बनाई गई। सोनम ने अपने प्रेमी राज और उसके तीन दोस्तों—विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को इस साजिश में शामिल किया। उसी रात सोनम से छह घंटे तक फोन पर बातचीत कर हत्या की पूरी प्लानिंग तय हुई।
हत्या के लिए मिली आर्थिक मदद और तकनीकी साधन
राज ने हत्या से पहले अपने साथियों को 50 हजार रुपये, एक कीपैड मोबाइल, एक एंड्रॉइड फोन और एक नई सिम कार्ड मुहैया कराई। ये सभी चीजें सोनम को सौंप दी गई थीं, जिससे वह शिलांग जाने के बाद भी तीनों आरोपियों के संपर्क में रह सके। पूछताछ में यह भी सामने आया कि सोनम ने राज से कहा था—”जब मैं विधवा हो जाऊंगी, तब हम शादी कर लेंगे, तब मेरे घरवाले भी मान जाएंगे।” यह खुलासा पूरे मामले को और भी चौंकाने वाला बना देता है।
अधिकारियों ने सोनम को बताया साजिश की मुख्य सूत्रधार
राजा रघुवंशी हत्याकांड में अधिकारियों ने स्पष्ट रूप से सोनम को साजिश की मुख्य किरदार बताया है। मेघालय एसआईटी चीफ हरबर्त पिनयाय्द खरकोन्गोर ने कहा कि उनकी टीम ने विभिन्न स्थानों से सबूत जुटाए हैं, जिससे यह साफ हो गया कि यह सुनियोजित हत्या थी और सोनम इसकी मास्टरमाइंड है। ईस्ट खासी हिल्स के एसपी विवेक स्येम ने भी पुष्टि की कि सोनम की भूमिका संदिग्ध पाई गई, जिसके बाद दो विशेष टीमें मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश भेजी गईं। वहीं, मेघालय के गृह मंत्री प्रेस्टोन टेनसांग ने मीडिया से कहा कि अगर यह केवल लूट का मामला होता, तो आरोपी सोनम को जिंदा क्यों छोड़ते — जिससे यह साफ है कि हत्या एक गहरी साजिश का हिस्सा थी।
राज ने रची साजिश, लेकिन खुद रहा छिपा
सोनम के प्रेमी राज ने हत्या की साजिश तो रची लेकिन खुद शिलांग जाने से पीछे हट गया। उसने आरोपियों के टिकट करवाए और इंदौर में रहकर ही उन्हें निर्देश देता रहा। हत्या के बाद शक से बचने के लिए वह राजा के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ। शिलांग में आरोपी सोनम से मात्र एक किलोमीटर दूर ठहरे हुए थे और लगातार उससे लोकेशन लेते रहे। हत्या में उपयोग की गई छोटी कुल्हाड़ी ‘डाव’ भी ऑनलाइन गुवाहाटी से खरीदी गई थी।
फोटोशूट का बहाना, 20 लाख का लालच और खाई में धक्का
23 मई को अपरा एकादशी व्रत के दिन सोनम ने राजा को फोटोशूट के बहाने सुनसान पहाड़ी इलाके में ले गई। वहां सोनम के इशारे पर तीनों आरोपियों ने हमला किया। एक आरोपी राजा पर पीछे से वार करता रहा, जबकि सोनम चिल्ला कर कहती रही—”मार डालो इसे”। जब आरोपी थक गए और राजा को खाई में नहीं फेंक पा रहे थे, तब खुद सोनम ने उसे धक्का देकर नीचे गिरा दिया। हत्या के तुरंत बाद सोनम ने आरोपियों को राजा के पर्स से निकाले हुए 15,000 रुपये दिए और शेष रकम बाद में देने की बात कही।


