प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवरात्रि के पहले दिन बिलासपुर जिले के मोहभट्टा ग्राउंड से छत्तीसगढ़ को 33,700 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी। इन परियोजनाओं में विभिन्न लोकार्पण और शिलान्यास शामिल हैं, जो प्रदेश के विकास को नई गति देंगे। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि उनकी सरकार गांव-गांव तक विकास की रोशनी पहुंचाने के लिए संकल्पित है।
कांग्रेस पर तीखा प्रहार
अपने 33 मिनट के भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस की नीतियों और कार्यशैली पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्य के गठन से पहले कांग्रेस के शासन में विकास ठप पड़ा था और जो भी योजनाएं बनाई जाती थीं, उनमें बड़े पैमाने पर घोटाले होते थे। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस को कभी विकास की चिंता नहीं रही, लेकिन अब उनकी सरकार हर गांव तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचा रही है।

इन्फ्रास्ट्रक्चर और उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा
पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार सड़क, रेलवे, बिजली, जल आपूर्ति और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में अभूतपूर्व काम कर रही है। उन्होंने विशेष रूप से गैस पाइपलाइन परियोजना का जिक्र किया, जो छत्तीसगढ़ के औद्योगिक विकास के लिए एक बड़ा कदम साबित होगी। उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह रसोई में पाइप से पानी आता है, उसी तरह अब गैस भी पाइपलाइन के जरिए घरों तक पहुंचेगी, जिससे लोगों की जिंदगी और आसान होगी।
आदिवासियों के सशक्तिकरण पर जोर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नक्सलवाद की समस्या के लिए कांग्रेस की नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने आदिवासियों की भलाई के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार समाज के उन लोगों की चिंता कर रही है, जिन्हें पहले कभी कोई पूछता भी नहीं था। शौचालय, स्वास्थ्य सुविधाएं, सस्ती दवाएं और मकान जैसी बुनियादी सुविधाओं से आदिवासी परिवारों का जीवन स्तर सुधर रहा है। मोदी ने कांग्रेस पर आदिवासियों को केवल वोट बैंक के रूप में देखने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी सरकार उनके उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है।
विकास परियोजनाओं की बड़ी सौगात
पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ को रेलवे, सड़क, ऊर्जा, शिक्षा और तेल-गैस क्षेत्र में 33,700 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं की सौगात दी। इसमें रेलवे नेटवर्क के 100% विद्युतीकरण से लेकर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 3 लाख लाभार्थियों को गृह प्रवेश तक कई महत्वपूर्ण पहल शामिल हैं। कोरबा में 15,800 करोड़ की लागत से नई बिजली परियोजना की शुरुआत से प्रदेश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी। इन परियोजनाओं से छत्तीसगढ़ में औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।



