चैत्र नवरात्रि के शुभारंभ के साथ ही दिल्ली भक्तिमय वातावरण में रंग गई है। मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखी जा रही हैं, जहां लोग मां दुर्गा की आराधना में लीन हैं। घर-घर में पूजा-अर्चना की तैयारियां जोरों पर हैं, और भजन-कीर्तन से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है। हिंदू नववर्ष की शुरुआत भी इसी दिन से होती है, जिससे श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है।
सीएम रेखा गुप्ता ने दी शुभकामनाएं
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर राजधानीवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि यह पर्व शक्ति, भक्ति और नवचेतना का प्रतीक है और मां दुर्गा के आशीर्वाद से हर घर में सुख, शांति और समृद्धि आए। उन्होंने यह भी प्रार्थना की कि यह नवरात्रि सभी को आत्मविश्वास और नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा दे। सीएम ने दिल्ली और पूरे देश की उन्नति और समृद्धि की कामना की।

नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा
चैत्र नवरात्रि का पर्व देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना के लिए विशेष महत्व रखता है। हर दिन मां के एक अलग रूप की पूजा की जाती है, जिससे भक्तों को शक्ति, साहस और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है। पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा से नवरात्रि की शुरुआत होती है, फिर क्रमशः ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और नवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। प्रत्येक देवी एक विशेष शक्ति और आशीर्वाद का प्रतीक होती हैं, जिनकी आराधना से भक्तों को आध्यात्मिक बल मिलता है।
चैत्र नवरात्रि का आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व
हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि को विशेष रूप से शक्ति और साधना का पर्व माना जाता है। यह न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी समाज में उल्लास और भक्ति का संचार करता है। इस दौरान कई लोग व्रत रखते हैं और दुर्गा सप्तशती, रामायण, और अन्य धार्मिक ग्रंथों का पाठ करते हैं। नवरात्रि के नौ दिन आत्मशुद्धि, तप और संकल्प का समय होते हैं, जो लोगों को नई ऊर्जा और सकारात्मकता से भर देते हैं।



