झाबुआ में आयोजित भील महासम्मेलन का शुभारंभ भारत माता, टंट्या भील, राणा पुंजा एवं सबरी माता के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि भगोरिया का उत्साह देखने के बाद उनका मन झाबुआ आकर आनंदित हो गया। उन्होंने फागुन के महीने में ढोल-मांदल की थाप पर झूमती टोलियों की परंपरा को संस्कृति का अभिन्न अंग बताया और आदिवासी समाज के गौरवशाली इतिहास की सराहना की।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने उद्बोधन में जनजातीय समाज के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने बताया कि अब युवाओं को रोजगार के लिए बाहर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी क्योंकि सरकार क्षेत्र में रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। आदिवासी विद्यार्थियों के लिए मेडिकल कॉलेज सहित अन्य प्रोफेशनल कोर्स में निशुल्क कोचिंग क्लास शुरू करने की घोषणा की गई है।
सोलर पंप योजना से किसानों को राहत
मुख्यमंत्री ने किसानों को राहत देने के लिए सोलर पंप योजना का ऐलान किया, जिसके तहत किसानों को मुफ्त बिजली प्रदान की जाएगी। इस योजना के माध्यम से हर खेत तक पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा, उद्योगों की स्थापना के लिए अनुदान नीति का भी ऐलान किया गया है, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।

स्वास्थ्य और पशुपालन क्षेत्र में नई पहल
जनजातीय समाज के कल्याण को प्राथमिकता देते हुए मुख्यमंत्री ने गरीबों के लिए निशुल्क एयर एंबुलेंस सेवा की व्यवस्था की घोषणा की। इसके अलावा, पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए दूध उत्पादन पर ₹5 प्रति लीटर बोनस और गाय खरीदने पर अनुदान देने की योजना की भी घोषणा की गई। ये कदम क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास में मील का पत्थर साबित होंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की महत्वपूर्ण घोषणाएं
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने झाबुआ जिले के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने टिटकी माता देवलोक के जीर्णोद्धार की घोषणा की, जिससे धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित किया जा सकेगा। जिले में जल संकट को दूर करने के लिए अनास नदी को नर्मदा नदी से जोड़ने की योजना के परीक्षण के निर्देश भी दिए गए। धार्मिक यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ओंकारेश्वर, उज्जैन और झाबुआ में धर्मशाला निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध कराने की घोषणा की गई। इसके अतिरिक्त, कालका माता मंदिर से एम-2 होटल तक सड़क निर्माण कार्य की भी घोषणा की गई। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को निर्देश दिया कि कच्चे मकानों की सूची तैयार कर उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सर्वे कर पात्र लाभार्थियों को योजना का लाभ दिया जाए।
विकास में जनप्रतिनिधियों की भूमिका
कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का स्वागत करते हुए झाबुआ क्षेत्र में हुए विकास कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने अपने दिवंगत पिताजी एवं पूर्व सांसद स्वर्गीय दिलीप सिंह भूरिया के प्रयासों को याद किया, जिनकी पहल से पेसा एक्ट लागू किया गया था, जिससे जनजातीय क्षेत्र की ग्राम सभाओं को सशक्त बनाने का मार्ग प्रशस्त हुआ। पूर्व सांसद गुमान सिंह डामोर ने भील सम्मेलन में मुख्यमंत्री की उपस्थिति को क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर के लिए अहम बताया। उन्होंने भील समाज के उत्थान के लिए किए गए प्रयासों, जैसे दहेज प्रथा, डीजे, और दापा प्रथा के खिलाफ किए गए कार्यों का उल्लेख किया। इस दौरान जिलाध्यक्ष श्री भानु भूरिया ने भीली बोली में प्रदेश सरकार की विकास योजनाओं के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई।



