भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद उन्हें दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के मुताबिक, उन्हें बेचैनी और सीने में दर्द की शिकायत के बाद रविवार तड़के अस्पताल ले जाया गया। उपराष्ट्रपति को एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. राजीव नारंग की देखरेख में क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) में भर्ती किया गया है, जहां उनकी हालत पर लगातार नजर रखी जा रही है।
जेपी नड्डा ने जाना हालचाल
उपराष्ट्रपति धनखड़ की तबीयत बिगड़ने की खबर मिलते ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा एम्स पहुंचे और उनकी सेहत का हालचाल जाना। एम्स प्रशासन के अनुसार, उपराष्ट्रपति की स्थिति फिलहाल स्थिर है, लेकिन उन्हें डॉक्टरों की देखरेख में रखा गया है।
डॉक्टरों की टीम रख रही खास नजर
एम्स के डॉक्टरों का एक विशेष दल उपराष्ट्रपति धनखड़ की तबीयत पर कड़ी निगरानी बनाए हुए है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें रविवार तड़के करीब 2 बजे एम्स लाया गया था। डॉक्टरों ने बताया कि उनकी हालत अब स्थिर है, लेकिन उन्हें फिलहाल सघन निगरानी में रखा गया है ताकि स्वास्थ्य में किसी भी प्रकार की अनहोनी को टाला जा सके।

पहले भी रह चुके हैं अस्पताल में भर्ती
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को इससे पहले भी वर्ष 2021 में तबीयत बिगड़ने के चलते दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस दौरान उन्हें मलेरिया होने के कारण एम्स के प्राइवेट वार्ड में भर्ती किया गया था, जहां डॉक्टरों की देखरेख में उनका इलाज किया गया था।
धनखड़ का राजनीतिक और कानूनी सफर
जगदीप धनखड़ का राजनीतिक सफर साल 1989 में शुरू हुआ था, जब उन्होंने जनता दल के टिकट पर राजस्थान के झुंझुनू से लोकसभा चुनाव जीता था। इसके बाद उन्होंने 1990 में संसदीय कार्य राज्य मंत्री का पद संभाला। वर्ष 1993 में उन्होंने राजस्थान के अजमेर जिले की किशनगढ़ विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत की। राजनीति में सक्रिय रहने के अलावा, वे 1987 में राजस्थान हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भी चुने गए थे। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहते हुए उनका उस समय की सत्ताधारी पार्टी टीएमसी के साथ टकराव काफी चर्चाओं में रहा, जिससे उनकी बेबाक छवि और मुखर व्यक्तित्व का परिचय मिला।



