भारतीय बुलियन के अनुसार, भोपाल में आज (9 मार्च) सोने और चांदी के भाव में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई। 22 कैरेट सोना जहां 78,910 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, वहीं 24 कैरेट सोने का दाम 86,070 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज हुआ। चांदी की कीमत में भी मामूली इजाफा हुआ और यह 97,320 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई। लगातार बढ़ते दामों के चलते निवेशकों की चिंता बढ़ रही है, खासकर ऐसे समय में जब बाजार में अस्थिरता बनी हुई है।
आने वाले दिनों में बढ़ सकते हैं दाम, एक्सपर्ट्स ने दी चेतावनी
मौजूदा हालात को देखते हुए एक्सपर्ट्स का कहना है कि बाजार का असली बुरा दौर अभी आना बाकी है। बढ़ती महंगाई और वैश्विक परिस्थितियों के चलते सोने-चांदी के दामों में और उछाल संभव है। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे अपने निवेश पर सतर्कता बरतें और बाजार के रुझान पर नज़र बनाए रखें। विशेषज्ञों के अनुसार, आगामी महीनों में सोने का भाव 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है, जिससे निवेशकों के लिए स्थिति और चुनौतीपूर्ण हो सकती है।
सोने के दाम में उतार-चढ़ाव, निवेशकों के लिए चिंता का विषय
देशभर में जारी आर्थिक अस्थिरता का असर अब सोने के बाजार पर भी साफ दिखाई दे रहा है। सेंसेक्स और निफ्टी की लगातार गिरावट के बीच पिछले दो हफ्तों में सोने के दाम करीब 3500 रुपये तक बढ़ चुके हैं। इंदौर में आज 24 कैरेट सोने का भाव 86,060 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज किया गया, जो बीते दिन के मुकाबले 60 रुपये कम है। वहीं, चांदी के दाम में भी गिरावट देखी गई, जो आज 97,310 रुपये प्रति किलो पर आ पहुंची है।

अगले दो महीने में बढ़ सकती है अस्थिरता, सोने के दाम छू सकते हैं नया रिकॉर्ड
शेयर बाजार में बीते 5 महीनों से लगातार गिरावट का दौर जारी है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगले दो महीने बाजार के लिए ‘मेक या ब्रेक’ साबित हो सकते हैं। विदेशी निवेशकों के भारत से बड़ी संख्या में पलायन करने और अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में तेजी के चलते, सोने का भाव इस साल के अंत तक 95,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि यदि आप सोने में निवेश का विचार कर रहे हैं तो जल्द ही इसे खरीदना फायदेमंद हो सकता है।
हॉलमार्क देखकर ही खरीदें सोना, मिलावट से बचें
सोने के आभूषण खरीदते समय उसकी शुद्धता का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। केवल हॉलमार्क अंकित गहने ही खरीदने चाहिए, क्योंकि यही असली सोने की सरकारी गारंटी होती है। भारत में ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) द्वारा हर कैरेट का अलग हॉलमार्क अंक निर्धारित किया गया है। बिना हॉलमार्क के गहने खरीदने पर मिलावट की संभावना अधिक होती है, जिससे भविष्य में निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।



