मध्य प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 10 मार्च से शुरू होने वाला है, जिसे लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंगलवार रात बीजेपी विधायकों के साथ वर्चुअल बैठक की, जिसमें विधानसभा सत्र के दौरान उठाए जाने वाले मुद्दों और पार्टी की रणनीति पर चर्चा हुई। इस बैठक का उद्देश्य विधायकों को सदन में मजबूती से अपनी बात रखने के लिए तैयार करना था, ताकि विपक्ष के सवालों का प्रभावी तरीके से जवाब दिया जा सके।
विधायकों को मिले अहम सुझाव
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विधायकों को कई अहम सुझाव दिए, जिससे वे सत्र के दौरान बेहतर प्रदर्शन कर सकें। इस बैठक में बीजेपी के प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा भी मौजूद रहे, जिन्होंने विधायकों को मार्गदर्शन दिया कि वे विधानसभा में अपनी बात को प्रभावी ढंग से कैसे रखें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विपक्ष कई मुद्दों को उठाकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा, इसलिए विधायकों को पूरी तैयारी के साथ सत्र में भाग लेना होगा।
कुछ विधायक नहीं हो सके शामिल
हालांकि, इस महत्वपूर्ण बैठक में बीजेपी के कई विधायक शामिल नहीं हो सके, जिससे कुछ सवाल भी खड़े हुए हैं। पार्टी ने सभी विधायकों को निर्देश दिया है कि वे विधानसभा सत्र से पहले अपनी रणनीति को मजबूत करें और बजट सत्र में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें। बीजेपी चाहती है कि इस सत्र में सरकार की उपलब्धियों को बेहतर तरीके से पेश किया जाए और विपक्ष के सवालों का प्रभावी जवाब दिया जाए।

बजट सत्र से पहले विधायकों को सीएम मोहन यादव की सख्त हिदायत
मध्य प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 10 मार्च से शुरू हो रहा है, जिसे लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बीजेपी विधायकों के साथ वर्चुअल मीटिंग की। इस दौरान उन्होंने सभी विधायकों को सत्र में पूरी तैयारी के साथ शामिल होने की सलाह दी। सीएम ने स्पष्ट किया कि सभी सदस्य सदन की कार्यवाही को बेहतर ढंग से समझने के लिए विधानसभा की नियमावली का अध्ययन करें। साथ ही, उन्होंने कहा कि विधायकों को मर्यादित भाषा का प्रयोग करना चाहिए और अपने क्षेत्र के विकास से जुड़े मुद्दों को मजबूती से रखना चाहिए।
सरकार के खिलाफ सवालों से बचने की सलाह
सीएम मोहन यादव ने विधायकों को आगाह किया कि वे ऐसे सवाल उठाने से बचें, जो अपनी ही सरकार के लिए मुश्किल खड़ी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के भीतर किसी भी प्रकार की गलतफहमी न हो, इसलिए सभी को सोच-समझकर सवाल उठाने चाहिए। उन्होंने विधायकों से आग्रह किया कि वे सरकार की उपलब्धियों को सदन में मजबूती से पेश करें, जिससे जनता में सकारात्मक संदेश जाए। इसके अलावा, उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे विधानसभा सत्र के दौरान अधिक से अधिक समय सदन में उपस्थित रहें और अपने क्षेत्र के विकास से जुड़े मुद्दों पर फोकस करें।
विपक्ष के आरोपों का तथ्यों के साथ दें जवाब
मुख्यमंत्री ने विधायकों को निर्देश दिया कि विपक्ष के झूठे और भ्रामक आरोपों का मजबूती से तथ्यों के साथ जवाब दिया जाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास इस समय कोई ठोस मुद्दा नहीं है, इसलिए वे भ्रम फैलाने की कोशिश करेंगे। खासतौर पर, ग्लोबल इन्वेस्टर समिट और अन्य विकास योजनाओं को लेकर सरकार ने जो फैसले लिए हैं, उनकी पूरी जानकारी के साथ सदन में चर्चा करें। इस बजट सत्र के हंगामेदार होने के संकेत पहले से ही मिल रहे हैं, इसलिए बीजेपी अपनी रणनीति को पहले से मजबूत कर विपक्ष का करारा जवाब देने की तैयारी में जुटी हुई है।



