प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन दिवसीय गुजरात दौरे पर शनिवार शाम जामनगर पहुंचे। यहां सर्किट हाउस में विश्राम के बाद उन्होंने रविवार को रिलायंस फाउंडेशन के वनतारा पशु बचाव और पुनर्वास केंद्र का दौरा किया। इस केंद्र का उद्देश्य वन्यजीवों के संरक्षण और पुनर्वास को बढ़ावा देना है। प्रधानमंत्री मोदी ने यहां विभिन्न पशु संरक्षण परियोजनाओं की समीक्षा की और वन्यजीव संरक्षण में हो रहे नवाचारों की सराहना की।
प्रधानमंत्री मोदी अपने दौरे के दौरान गिर जिले के सासन गिर राष्ट्रीय उद्यान भी जाएंगे, जहां वे जंगल सफारी का आनंद लेंगे। गिर राष्ट्रीय उद्यान एशियाई शेरों के लिए प्रसिद्ध है, और प्रधानमंत्री के इस दौरे से वन्यजीव संरक्षण को लेकर जागरूकता को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा, वे सिंह सदन में राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (NBWL) की बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जहां वन्यजीवों से जुड़े राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा होगी।
अपने दौरे के तीसरे दिन, प्रधानमंत्री सोमनाथ महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। सोमनाथ मंदिर का ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व है, और यह देशभर के श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है। इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री जामनगर, द्वारका और गिर जिले में विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे, जिससे गुजरात के पर्यटन, संस्कृति और वन्यजीव संरक्षण को नई दिशा मिलने की संभावना है।

सोमनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ प्रधानमंत्री का दौरा सम्पन्न
एनबीडब्ल्यूएल की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सासन में महिला वन कर्मचारियों से संवाद करेंगे। यह बातचीत वन्यजीव संरक्षण में महिलाओं की भूमिका और उनकी चुनौतियों पर केंद्रित होगी। इसके बाद प्रधानमंत्री गिर सोमनाथ जिले के प्रसिद्ध सोमनाथ महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। यह मंदिर भारतीय संस्कृति और आस्था का प्रतीक है, जहां प्रधानमंत्री अपनी श्रद्धा अर्पित करेंगे।
सोमनाथ मंदिर के दर्शन के बाद प्रधानमंत्री मोदी राजकोट हवाई अड्डे के लिए रवाना होंगे और वहां से दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे। गौरतलब है कि एनबीडब्ल्यूएल (राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड) में 47 सदस्य शामिल होते हैं, जिनमें सेना प्रमुख, विभिन्न राज्यों के अधिकारी, गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि और मुख्य वन्यजीव वार्डन शामिल हैं। प्रधानमंत्री इस बोर्ड के पदेन अध्यक्ष होते हैं और इसकी बैठकें वन्यजीव संरक्षण संबंधी महत्वपूर्ण निर्णयों के लिए अहम मानी जाती हैं।



