सीएम मोहन यादव ने कहा — अतिवृष्टि, बाढ़ और कीट प्रकोप से प्रभावित 23.81 लाख किसानों को ₹1802 करोड़ की तीन गुना राहत राशि दी गई, सरकार हर मुश्किल में किसानों के साथ खड़ी है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इस वर्ष अतिवृष्टि, बाढ़, पीला मोजैक और कीट प्रकोप से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। फसल, मकान, पशुहानि और जनहानि जैसी मुश्किलों के बावजूद सरकार ने किसानों को हरसंभव सहायता देने में कोई कमी नहीं रखी।
तीन गुना बढ़ी राहत राशि
सीएम ने बताया कि अतिवृष्टि और कीट प्रकोप से प्रभावित 23.81 लाख किसानों को अब तक लगभग ₹1802 करोड़ की राहत राशि वितरित की जा चुकी है। यह राशि पिछले वित्त वर्ष की ₹660.57 करोड़ राहत राशि से करीब तीन गुना अधिक है। उन्होंने कहा कि “अन्नदाता के लिए सरकार के खजाने में धन की कोई कमी नहीं है,” हर जरूरतमंद किसान को पूरी तत्परता से सहायता दी जा रही है।
किसानों को मिली 1802 करोड़ की राहत
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि अतिवृष्टि, बाढ़, पीला मोजैक और कीट व्याधि से प्रभावित 23 लाख 81 हजार 104 किसानों को ₹1623.51 करोड़ की राहत राशि दी गई है। वहीं, प्राकृतिक आपदाओं से हुई अन्य क्षतियों की पूर्ति के लिए ₹178.45 करोड़ वितरित किए गए हैं। इस प्रकार प्रदेश में विभिन्न आपदाओं से प्रभावित किसानों को अब तक कुल ₹1802 करोड़ की राहत राशि दी जा चुकी है।
किसान कभी अकेला नहीं रहेगा
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि अतिवृष्टि, बाढ़ या कीट व्याधि जैसी किसी भी विपत्ति में सरकार किसानों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि फसल की हानि से किसान की सालभर की अर्थव्यवस्था प्रभावित होती है, लेकिन सरकार उन्हें कभी अकेला नहीं छोड़ेगी। किसानों के कल्याण के लिए सिंचाई, बिजली, शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण, समर्थन मूल्य और फसल बीमा जैसी योजनाओं से सरकार हर कदम पर मदद कर रही है। इससे प्रदेश के किसानों में नया विश्वास और उम्मीद जगी है।


