प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रेस वार्ता में राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जहरीली कफ सिरप से 25 से अधिक बच्चों की मौत सरकार की लापरवाही नहीं, बल्कि “सरकारी हत्या” है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि जहरीली कोल्ड्रिफ कफ सिरप से मध्य प्रदेश में 25 से अधिक बच्चों की जान जा चुकी है, जबकि पिछले तीन महीनों में 150 से ज्यादा मौतें दर्ज हुई हैं। उन्होंने कहा कि यह किसी बीमारी का नहीं, बल्कि सरकारी लापरवाही का नतीजा है। नागपुर लैब की रिपोर्ट 19 सितम्बर को स्वास्थ्य विभाग को भेजी गई थी, जिसमें साफ बताया गया था कि मौतें दूषित दवा से हुई हैं, फिर भी मंत्री ने कोई कार्रवाई नहीं की।
CBI जांच और इस्तीफे की मांग
पटवारी ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग और दवा कंपनियों के बीच डील कराने में सोनू राणा और स्वास्थ्य मंत्री के पीए आदित्य सिंह की भूमिका संदिग्ध है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष CBI जांच कराई जाए। साथ ही उन्होंने मांग की कि स्वास्थ्य मंत्री तुरंत इस्तीफा दें, पीएस हेल्थ को हटाया जाए और ड्रग कंट्रोलर पर एफआईआर दर्ज हो, क्योंकि यह बच्चों की बीमारी नहीं, बल्कि गैर-इरादतन हत्या का मामला है।

SIT जांच और प्रदेशव्यापी उपवास आंदोलन
जीतू पटवारी ने मांग की कि जहरीली कफ सिरप कांड की जांच SIT से कराई जाए और सरकार यह बताए कि इस दवा से देशभर में कितने बच्चों की मौत हुई है। उन्होंने घोषणा की कि कांग्रेस पार्टी प्रदेश के सभी जिलों में बच्चों के अस्पतालों के बाहर एक दिन का उपवास रखेगी और धरना देकर सरकार से जवाब मांगेगी।
जनता से आह्वान और मीडिया की सराहना
पटवारी ने जनता से अपील की कि यह केवल राजनीतिक मुद्दा नहीं, बल्कि बच्चों के जीवन से जुड़ा सवाल है। उन्होंने कहा कि अब जनता को आगे आकर सरकार से जवाब मांगना होगा और सोशल मीडिया समेत हर मंच से अपनी आवाज बुलंद करनी होगी। साथ ही, उन्होंने मीडिया की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि मीडिया ने सच्चाई को निष्पक्षता से सामने लाने का काम किया है।


