न्यूयॉर्क में कनाडाई विदेश मंत्री अनीता आनंद से मुलाकात के दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि हालिया कदम दोनों देशों के रिश्तों में सुधार की दिशा में अहम हैं और वे भारत में आनंद का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं।

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने न्यूयॉर्क में कनाडा की विदेश मंत्री अनिता आनंद से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों के पुनर्निर्माण पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने हाल ही में दोनों देशों में नए उच्चायुक्तों की नियुक्ति को एक ‘स्वागत योग्य और सकारात्मक कदम’ बताया। जयशंकर ने कहा कि यह पहल रिश्तों में सुधार की दिशा में बड़ा संकेत है और आगे के उपायों पर भी बातचीत हुई।
भारत आने का न्योता
बैठक के बाद जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि वे भारत में विदेश मंत्री आनंद का स्वागत करने को उत्सुक हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि उच्चायुक्तों की नियुक्ति और निरंतर संवाद से दोनों देशों के रिश्ते नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ेंगे। हाल ही में वरिष्ठ राजनयिक दिनेश पटनायक ने कनाडा में भारत के नए उच्चायुक्त के रूप में कार्यभार संभालते हुए द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
सितंबर 2023 में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट शामिल हैं। भारत ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया और इसे बेतुका बताया। इसके बाद दोनों देशों के संबंधों में तनाव गहराता चला गया। हालात तब और बिगड़े जब कनाडा ने वहां तैनात तत्कालीन भारतीय उच्चायुक्त संजय वर्मा समेत कई भारतीय राजनयिकों को हत्या से जोड़ा, जिसके बाद भारत ने अक्टूबर 2023 में वर्मा और पांच अन्य राजनयिकों को वापस बुला लिया और बराबर संख्या में कनाडाई राजनयिकों को भी निष्कासित कर दिया।
खालिस्तानी मुद्दा और नई उम्मीदें
भारत लगातार कनाडा पर खालिस्तानी समर्थक तत्वों को वहां सक्रिय रहने की अनुमति देने का आरोप लगाता रहा है। ट्रूडो के इस्तीफे के बाद इसे द्विपक्षीय संबंध सुधारने का अवसर माना जा रहा है। भारत ने संकेत दिया है कि पारस्परिक विश्वास और संवेदनशीलता के आधार पर दोनों देशों के बीच रिश्तों को फिर से स्थापित किया जा सकता है। सुरक्षा अधिकारियों के बीच हालिया संपर्क और नए उच्चायुक्तों की नियुक्ति की प्रक्रिया को इसी दिशा में उठाया गया सकारात्मक कदम माना जा रहा है।


