विश्व ईवी दिवस पर CM मोहन यादव ने कहा—जनसहयोग से इलेक्ट्रिक वाहन कार्बन उत्सर्जन घटाने और स्वच्छ ऊर्जा अपनाने का सबसे कारगर उपाय हैं।
विश्व ईवी दिवस पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन कार्बन उत्सर्जन घटाने और स्वच्छ ऊर्जा अपनाने का सबसे कारगर उपाय हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश की ईवी नीति के तहत रोड टैक्स और पंजीकरण शुल्क में छूट दी जाएगी। साथ ही, चार्जिंग और स्वैपिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर को तेजी से बढ़ाने पर जोर रहेगा। सरकार ईवी अपनाने वालों को वित्तीय प्रोत्साहन भी देगी और जल्द ही इलेक्ट्रिक वाहन संवर्धन बोर्ड का गठन किया जाएगा, जो विभागीय समन्वय और नीतिगत मुद्दों पर काम करेगा।
ईवी मॉडल सिटी और स्किल डेवलपमेंट
नीति के अंतर्गत प्रदेश में इंजीनियरिंग कॉलेजों और आईटीआई में ईवी और इससे जुड़े कोर्स शुरू किए जाएंगे, ताकि उद्योग के लिए स्किल्ड वर्कफोर्स तैयार हो सके। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन को ईवी मॉडल सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश को स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग में आदर्श राज्य बनाने और ईवी क्षेत्र में उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाए जा रहे हैं।
शून्य उत्सर्जन की दिशा में बड़ा कदम
मध्यप्रदेश ने इलेक्ट्रिक व्हीकल नीति-2025 के माध्यम से 2070 तक भारत को नेट-जीरो उत्सर्जन लक्ष्य हासिल करने में सहयोग का संकल्प लिया है। इसके तहत वर्ष 2030 तक दोपहिया वाहनों का 40%, तिपहिया का 80%, चारपहिया का 15% और बसों का 40% इलेक्ट्रिक करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश में छोटे, मीडियम और बड़े चार्जिंग स्टेशन, बैटरी स्वैपिंग स्टेशन और रेट्रोफिटिंग के लिए वित्तीय प्रोत्साहन की व्यवस्था की गई है। इसी क्रम में विश्व ईवी दिवस पर भोपाल में ईवी कार्यशाला और इलेक्ट्रिक ऑटो एक्सपो आयोजित किया गया।
ईवी हब बनने की दिशा में मध्यप्रदेश
सरकार का मानना है कि प्रदेश में ईवी निर्माण और निवेश के लिए मजबूत संभावनाएं हैं। बैटरी निर्माण, असेंबली प्लांट और सप्लाई चेन नेटवर्क जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ मध्यप्रदेश भविष्य में देश का अहम ईवी मैन्यूफैक्चरिंग हब बन सकता है। हाल ही में भारत में खोजे गए लिथियम भंडार से बैटरी निर्माण को बढ़ावा मिलेगा, जिसका सीधा लाभ मध्यप्रदेश को मिलेगा। ईवी न केवल प्रदूषण और लागत को कम करेंगे बल्कि स्वच्छ, सुरक्षित और टिकाऊ परिवहन प्रणाली का आधार भी बनेंगे।



