SCO समिट में मोदी बोले- पहलगाम हमला आतंकवाद का सबसे बुरा रूप, भारत चार दशक से झेल रहा; कुछ देशों से मिल रहा खुला समर्थन।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन में हो रही SCO समिट की आखिरी बैठक को संबोधित करते हुए आतंकवाद को पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया। उन्होंने हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए इसे आतंकवाद का सबसे बुरा रूप करार दिया। मोदी ने कहा कि भारत पिछले चार दशकों से आतंकवाद की मार झेल रहा है और इस लड़ाई में दुनिया को मिलकर खड़ा होना होगा।
आतंकवाद को समर्थन अस्वीकार्य
मोदी ने दो टूक कहा कि आतंकवाद पर किसी भी तरह का दोहरा मापदंड स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कुछ देशों द्वारा आतंकवाद को दिया जा रहा खुला समर्थन सहन किया जा सकता है। समिट से पहले मोदी ने फोटो सेशन में हिस्सा लिया और राष्ट्रपति पुतिन व जिनपिंग से मुलाकात की। इस दौरान तीनों नेता एक-दूसरे के हाथ पकड़े नजर आए और मोदी ने पुतिन को गले भी लगाया। इसके अलावा वे पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे।
आतंकवाद पर मोदी का कड़ा रुख
SCO बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत पिछले चार दशकों से आतंकवाद का दंश झेल रहा है। उन्होंने हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले को आतंकवाद का सबसे बुरा रूप बताते हुए इसे पूरी मानवता के लिए साझा चुनौती करार दिया। मोदी ने कहा कि सुरक्षा, शांति और स्थिरता ही विकास का आधार हैं, लेकिन आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद इस राह में बड़ी बाधा बने हुए हैं।
SCO के तीन स्तंभ बताए
सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने SCO के लिए भारत की सोच तीन स्तंभों पर आधारित बताई। उन्होंने कहा कि S का मतलब है सिक्योरिटी, C का मतलब कनेक्टिविटी और O का मतलब अपॉर्चुनिटी। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग का स्वागत के लिए आभार जताया और उज्बेकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर बधाई भी दी। मोदी ने कहा कि भारत ने हमेशा SCO में सकारात्मक और रचनात्मक भूमिका निभाई है।


