भारत आज 79वां स्वतंत्रता दिवस पूरे हर्षोल्लास के साथ मना रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार 12वीं बार ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया और राष्ट्र को संबोधित किया। अपने भाषण में उन्होंने हाल ही में संपन्न ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए भारतीय सेना के शौर्य और साहस को नमन किया। पीएम मोदी ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए राष्ट्र निर्माण में एकजुट होकर योगदान देने का आह्वान किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में देश की नारी शक्ति की सराहना करते हुए कहा कि आज महिलाएं देश की विकास यात्रा में कंधे से कंधा मिलाकर योगदान दे रही हैं। खेल के मैदान से लेकर स्टार्टअप जगत तक बेटियों की उपलब्धियां देश को गौरवान्वित कर रही हैं। पीएम मोदी ने ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना और ‘लखपति दीदी’ अभियान का उल्लेख करते हुए बताया कि अब तक दो करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी हैं और तीन करोड़ का लक्ष्य समय से पहले पूरा होने की ओर है। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति देश की आर्थिक प्रगति की भागीदार ही नहीं, बल्कि प्रेरणास्रोत भी बन चुकी है।
युवाओं के लिए नई शुरुआत
प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं को रोजगार के अवसर देने के उद्देश्य से ‘प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना’ की शुरुआत की घोषणा की। इस योजना के तहत निजी क्षेत्र में पहली नौकरी पाने वाले युवाओं को 15,000 रुपये की वित्तीय सहायता सरकार द्वारा दी जाएगी। इसके साथ ही जो कंपनियां अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार देंगी, उन्हें भी प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। यह योजना लगभग 3.5 करोड़ युवाओं को लाभान्वित करेगी। पीएम मोदी ने कहा कि देश के मैक्रोइकनॉमिक इंडिकेटर्स मजबूत हैं और ग्लोबल रेटिंग एजेंसियों का भारत पर भरोसा बढ़ रहा है—जिसका सीधा लाभ किसानों, महिलाओं और मध्यम वर्ग को मिलेगा।
टास्क फोर्स का गठन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश को संबोधित करते हुए कहा कि आने वाली पीढ़ियों के उज्जवल भविष्य और देश की तेज़ प्रगति के लिए सरकार ने एक टास्क फोर्स गठित करने का निर्णय लिया है। यह टास्क फोर्स 21वीं सदी की जरूरतों और मौजूदा वैश्विक परिदृश्य के अनुरूप नीतियों को तैयार करेगी और समयबद्ध ढंग से क्रियान्वयन सुनिश्चित करेगी। पीएम मोदी ने कहा कि लघु उद्योगों, गृह उद्योगों और अन्य सभी क्षेत्रों के लिए व्यवस्था को सरल और प्रभावी बनाया जाएगा ताकि देश के छोटे कारोबारियों को अधिक शक्ति मिले और वे वैश्विक प्रतिस्पर्धा में टिक सकें।
राजनीति में सकारात्मकता का संदेश
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने राजनीति में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और सकारात्मक सोच की अपील की। उन्होंने कहा, “मैं जो कुछ कर रहा हूं, देश के लिए कर रहा हूं, अपने लिए नहीं।” उन्होंने विपक्षी दलों और राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों से आग्रह किया कि वे किसी की लकीर छोटी करने के बजाय अपनी लकीर बड़ी करने पर ध्यान दें। वैश्विक आर्थिक स्वार्थों और चुनौतियों के बीच उन्होंने आत्मविश्वास से आगे बढ़ने का आह्वान किया और कहा कि अगर हम हिम्मत से काम करें, तो कोई भी स्वार्थ हमें हमारी राह से नहीं भटका सकता। यह संदेश सिर्फ राजनीतिक वर्ग के लिए नहीं, बल्कि हर भारतीय के लिए प्रेरणा है कि प्रतिस्पर्धा में नकारात्मकता नहीं, बल्कि सकारात्मक प्रयास ही सफलता की कुंजी है।


