MP में बारिश-बाढ़ से ग्वालियर, सागर व भोपाल संभाग के आठ जिलों में भारी नुकसान हुआ; सीएम मोहन यादव ने पहले ही सर्वे के निर्देश दिए थे, लेकिन कई जिलों में अब तक आदेश जारी नहीं हुए।

ग्वालियर, सागर और भोपाल संभाग के आठ जिलों में बारिश और बाढ़ से भारी नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 30 जुलाई को ही निर्देश दिए थे कि जल स्तर घटते ही राहत सर्वे तुरंत शुरू किया जाए और प्रभावितों को हर संभव मदद दी जाए। बावजूद इसके कई जिलों में संबंधित आदेश अब तक जारी नहीं हुए, जिससे सर्वे की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी। अफसर आदेशों की प्रतीक्षा में हैं, जबकि ज़मीन पर हालात गंभीर बने हुए हैं।
जनजीवन पर भारी पड़ा मानसून
ग्वालियर जिले में इस बार मानसून ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में पानी भरने, कच्चे-पक्के मकानों के गिरने और आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं से अब तक 18 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 30 पशुओं की भी मौत हुई है। स्थानीय लोग मुआवज़े और राहत की मांग कर रहे हैं, लेकिन प्रशासनिक सुस्ती के चलते अब तक ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
ग्वालियर में 800 मकान ढहे, सात की मौत
ग्वालियर में भारी बारिश और तेज़ आंधी के चलते 800 कच्चे और पक्के मकान ढह गए। शंकरपुर में टीन शेड उड़ने की घटना में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लोगों की जान पुराने मकान गिरने से गई। गेंडेवाली सड़क पर छज्जा गिरने से दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। प्रशासन ने अब जनहानि और संपत्ति नुकसान का सर्वे शुरू कर दिया है।
मंत्री बोले – सर्वे कार्य युद्धस्तर पर
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने शुक्रवार को गुना जिले के बाढ़ प्रभावित ग्राम फतेहगढ़ का दौरा किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। प्रभावित लोगों के आवास, फसल और घरेलू सामग्री के नुकसान का सर्वे युद्धस्तर पर किया जा रहा है ताकि शीघ्र मुआवजा और राहत दी जा सके।


