दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आज कांग्रेस ‘OBC नेतृत्व भागीदारी न्याय सम्मेलन’ आयोजित करेगी। इसमें राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल होंगे। पार्टी OBC की भागीदारी और जातिगत जनगणना के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरने की रणनीति के तहत यह आयोजन कर रही है। कांग्रेस का नारा है- “जितनी आबादी, उतनी हिस्सेदारी।”

कांग्रेस आज दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में ‘ओबीसी नेतृत्व भागीदारी न्याय सम्मेलन’ आयोजित कर रही है। इस कार्यक्रम में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी प्रमुख रूप से शामिल होंगे। कांग्रेस का यह आयोजन ओबीसी समुदाय की राजनीतिक भागीदारी बढ़ाने और जातिगत जनगणना की मांग को प्रमुखता देने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
‘जितनी आबादी, उतनी हिस्सेदारी’ का नारा तेज
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कांग्रेस ने लिखा, “आज OBC का हक छीना जा रहा है। OBC को भागीदारी नहीं मिल रही है। जितनी आबादी, उतनी हिस्सेदारी हमारा हक है, जिसे हम लेकर रहेंगे।” राहुल गांधी लगातार OBC, दलित और आदिवासी समुदाय की हिस्सेदारी का मुद्दा उठा रहे हैं। उनका कहना है कि देश की 90% आबादी को उसका संवैधानिक हक नहीं मिल रहा, और जातिगत जनगणना से ही उनकी असल स्थिति का पता चल सकेगा।
OBC मुद्दों पर कांग्रेस पिछड़ी
राहुल गांधी ने गुरुवार को तेलंगाना में आयोजित जातिगत सर्वेक्षण कार्यक्रम में स्वीकार किया कि कांग्रेस पिछले 10-15 वर्षों में OBC समुदाय की समस्याएं पूरी तरह नहीं समझ पाई। उन्होंने कहा कि दलित, आदिवासी और महिलाओं के मुद्दों पर पार्टी सही दिशा में रही, लेकिन OBC की आकांक्षाओं को नजरअंदाज करने से बीजेपी को राजनीतिक अवसर मिल गया।
केंद्र पर तीखा हमला
राहुल ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जातिगत आंकड़े सार्वजनिक न करने और 50% आरक्षण सीमा न तोड़ने के पीछे बीजेपी की विचारधारा को छुपाने की मंशा है। उन्होंने बताया कि अब तक देश में 8 बार जातीय जनगणना हो चुकी है, लेकिन 2011 के आंकड़े सार्वजनिक नहीं किए गए। केंद्र सरकार ने अब अक्टूबर 2026 से दो चरणों में जनगणना शुरू करने की घोषणा की है, जिसमें पहले पहाड़ी राज्यों और फिर अन्य राज्यों को शामिल किया जाएगा।


