मध्यप्रदेश में भारी बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। खासतौर पर पूर्वी हिस्सों में लगातार बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। कई इलाके जलमग्न हैं और जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है।

मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में लगातार हो रही भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। खासतौर पर पूर्वी जिलों—मंडला, डिंडौरी और जबलपुर में हालात ज्यादा गंभीर हैं। तेज बारिश से नर्मदा नदी उफान पर है और कई इलाकों में जलभराव से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
जबलपुर में बरगी बांध के खुले गेट
जबलपुर के बरगी बांध के 9 गेट खोल दिए गए हैं। कैचमेंट एरिया में तेज बारिश के चलते बांध में पानी तेजी से भर रहा है। जलस्तर नियंत्रण के लिए बांध से पानी छोड़ा जा रहा है। प्रशासन और बांध प्रबंधन ने नर्मदा किनारे के इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है, ताकि समय रहते सुरक्षा उपाय किए जा सकें।
शहडोल में डूबा रेलवे ट्रैक
शहडोल जिले में बाढ़ का असर रेलवे पर भी दिख रहा है। यहां रेलवे स्टेशन पर ट्रैक पानी में डूब गए हैं और प्लेटफॉर्म तक पानी भर चुका है। इससे रेल यातायात पूरी तरह ठप हो गया है और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई ट्रेनें रद्द या डायवर्ट की जा रही हैं।
मूसलाधार बारिश
पिछले 24 घंटों में मध्यप्रदेश के 12 से ज्यादा जिलों में मूसलाधार बारिश हुई। सबसे ज्यादा बारिश कटनी के रीठी में 9.1 इंच दर्ज की गई। मंडला, पन्ना, जबलपुर, उमरिया, श्योपुर, ग्वालियर, डिंडोरी और शहडोल समेत कई जिलों में भी 4 से 7 इंच तक पानी गिरा, जिससे बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
अलर्ट जारी
अगले 24 घंटों में पूर्वी और पश्चिमी मध्यप्रदेश के 25 से ज्यादा जिलों में बाढ़ का रेड अलर्ट जारी किया गया है। अनूपपुर, जबलपुर, कटनी, सागर, शहडोल, छतरपुर और उमरिया समेत कई जिलों में भारी बारिश का खतरा बना हुआ है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।


